PM Kisan Samman Nidhi : किसानों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सुगम एवं पारदर्शी तरीके से उपलब्ध कराने के लिये ग्वालियर जिले में भी शासन के निर्देशों के तहत किसानों की फार्मर आईडी बनाई जा रही है। फार्मर आईडी 30 नवम्बर तक बनवाई जा सकती हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने जिले के किसान भाईयों से ऑनलाइन स्वयं अथवा स्थानीय युवा सर्वेयर, नागरिक सुविधा केन्द्र (सीएससी), पटवारी, सहकारी समिति या पीडीएस की दुकान के माध्यम से अपनी फॉर्मर आईडी बनवाने की अपील की है।
फार्मर आईडी इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिसम्बर माह के बाद उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनकी फॉर्मर आईडी होगी। इसलिए किसान भाई अपनी फार्मर आईडी अवश्य बनवा लें। किसान आधारकार्ड, समग्र आईडी, खसरा/खतौनी की प्रतिलिपि व मोबाइल नम्बर इत्यादि के आधार पर अपनी फार्मर आईडी बनवा सकते हैं।
अब 28 अक्टूबर तक उपार्जन के लिए पंजीयन
इस बीच, मौजूदा खरीफ मौसम में समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार व बाजरा बेचने के लिये ग्वालियर जिले के जो किसान अभी तक पंजीयन नहीं करा पाए हैं, उन्हें प्रदेश सरकार ने एक और मौका दिया है। जिले के शेष किसान अब 28 अक्टूबर तक संबंधित खरीदी केन्द्र पर अपना पंजीयन करा सकते हैं। जिले के शेष किसानों के पंजीयन की तिथि बढ़ाने के लिये सांसद
भारत सिंह कुशवाह ने शासन स्तर पर विशेष पहल की थी। मौजूदा खरीफ विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार व बाजरा उपार्जन के लिये जिले में 29 पंजीयन केन्द्र बनाए गए हैं। इन केन्द्रों पर 1096 कृषक पंजीयन से शेष रह गए थे। इन सभी किसानों के हित में राज्य शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालनालय द्वारा ग्वालियर जिले के लिये पंजीयन की तिथि 28 अक्टूबर तक बढ़ा दी है।
खरीफ उत्पादन व रबी फसलों की तैयारियों की संभागीय समीक्षा बैठक 4 को
ग्वालियर व चंबल संभाग के सभी जिलों की खरीफ 2024 एवं रबी फसल की तैयारियों की समीक्षा 4 नवम्बर को होगी। प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त मोहम्मद सुलेमान इस दिन सुबह 10 बजे से संभाग आयुक्त कार्यालय के सभागार में दोनों संभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर यह समीक्षा करेंगे।
इसके बाद क्षेत्र भ्रमण पर जायेंगे। बैठक में कृषि एवं उससे जुड़े विभागों के प्रमुख सचिव व विभागाध्यक्ष तथा संभाग आयुक्त मनोज खत्री सहित दोनों संभागों के सभी जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा कृषि एवं उससे जुड़े विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे। बैठक में किसान कल्याण तथा कृषि विकास, सहकारिता, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, पशुपालन, डेयरी, मछुआ कल्याण व मत्स्य विकास के विभागों द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा।