Maha Kumbh 2025 : प्रयागराज में सनातनी आस्था के महापर्व महाकुंभ का आज 16वां दिन है। सुबह से ही लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा रहे हैं। महाकुंभ में भीड़ लगातार रिकॉड तोड़ रही हैं। महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। करीब 15 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या से पहले ही प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। मौनी अमावस्या के दो दिन पहले सोमवार को महाकुंभ मेला में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इसको देखते हुए 10 से ज्यादा पांटून पुल को बंद करने का फैसला किया गया।
पुल बंद होने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। गुस्साए लोगों ने सेक्टर-20 में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों और पुलिस के बीच बहस भी शुरू हुई, उग्र भीड़ ने सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (SDM) की गाड़ी में तोड़फोड़ भी की।
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श्रद्धालुओं ने तोड़े बैरिकेड
महाकुंभ मेले में सोमवार को श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ जमा हो गई कि प्रशासन के सारे इंतजाम फेल हो गए। बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस ने लोगों को दूसरी दिशा में भेजना शुरू कर दिया। जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया।
उग्र भीड़ द्वारा SDM की गाड़ी में तोड़फोड़ का मामला भी सामने आया। मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर कुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने को लेकर पहले से इंतजाम किए गए थे। जिसको लेकर प्रशासन और पुलिस ने पहले से ही जोनल प्लान बना लिया था।
10 से ज्यादा पांटून पुलों को बंद किया गया
पुलिस का प्लान था कि 29 जनवरी को स्नान के लिए श्रद्धालुओं को एक दिशा से ले जाया जाएगा। वहीं, स्नान के बाद श्रद्धालुओं को उसी दिशा में से वापस लौटा दिया जाएगा। लेकिन सोमवार को दिन में ही भीड़ बढ़ने लगी, जिसको देखते हुए आनन-फानन में अधिकतर पांटून पुल से लोगों का आना जाना रोक दिया गया।
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बीते दिन महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान किया। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव भी नजर आए। मौनी अमावस्या के दिन करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस की हरसंभव कोशिश है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं और पूरे मेला क्षेत्र को ‘वाहन निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया गया है।
संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे। इसमें कहा गया है कि श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है और इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है, साथ ही अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।
स्पेशल ट्रेने चलाई जा रही हैं
महाकुंभ मे आने जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बड़ी संख्या में स्पेशल ट्रेने चलाई जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज के आसपास के बड़े स्टेशनों पर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ है और ये 26 फरवरी तक चलेगा। महाकुंभ 144 साल बाद फिर से आयोजित हो रहा है। माना जा रहा है कि इस महाकुंभ में देश- विदेश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु शामिल होंगे।